Tuesday, November 10, 2015
श्री विष्णु कवच:
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श्री लक्ष्मी-नारायण जी में स्वागत् हैँ आप सभी कृष्णा भक्तों का ।
जिस प्रकार आप जब मन्दिर जाते हैं प्रभु के दर्शन और प्रार्थना के लिए आप मंदिर में प्रवेश करते ही सारी मानसिक बुराइयो को बाहर ही छोड़ देते हैं ।
ठीक उसी तरह इस श्री लक्ष्मी-नारायण दरबार में आने से पहले अपनी सारी मानसिक बुराइयो को बाहर ही त्याग कर इस दरबार में प्रवेश करे ।
आपको आंतरिक अनुभूति प्राप्त होगी ।
जय लक्ष्मी-नारायण जी की
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